मंगलवार, 4 अक्तूबर 2011

चन्दन है इस देश की माटी

चन्दन है इस देश की माटी 

चन्दन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है .
हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा बच्चा राम है ..

हर शरीर mandir सा pavan, हर मानव उपकारी है, 
जहाँ सिंह बन गए खिलाव्ने, गाय जहाँ माँ प्यारी है,
जहाँ सबेरा शंख  बजता, लोरी गति शाम है ..०१..
                              हर बाला देवी......................

जहाँ कर्म से भाग्य बदलते, श्रम निष्ठा कल्याणी है,
त्याग और तप की गाथाएं, गति कवी की वाणी है,
ज्ञान यहाँ का गंगा जल-सा, निर्मल अविराम है ..०२..
                             हर बाला देवी.......................

इसके सैनिक समर भूमि में, गाया करते गीता है,
जहाँ खेत में हल के नीचे, खेला करती सीता है,
जीवन का आदर्श यहाँ पर, परमेश्वर का धाम है ..०३..
                            हर बाला देवी........................

चन्दन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है .
हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा बच्चा राम है ..


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