सारंगढ। छत्तीसगढ़ सतनामी समाज की सामाजिक सर्वे का जिम्मा जिले के प्रमुख कार्यकर्ता चंद्रषेखर जाटवर एवं उनकी टीम को सौपा गया है। पिछले दिनों राजधानी में प्रांत स्तरिय बैठक आयोजित की गई थी जिसमें सारंगढ़ को संघ की तर्ज पर जिला माना गया और जिले की कार्यकारिणी में सतनामी विकास परिशद सारंगढ़ के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रषेखर जाटवर अधिवक्ता को जिला सारंगढ़ का प्रथम अध्यक्ष नियुक्त करते हुये उनसे जिले की सामाजिक सर्वे व सदस्यता संबंधित कार्य को समय सीमा में पूरा करने कहा गया है।
सुत्रो ने बताया कि आरक्षण में कटौती होने से समाज के लोगों में सरकार के प्रति आक्रोष है लेकिन कुछ लोगो का कहना है कि इससे समाज में जागरूकता आई है। अब राज्यभर के सतनामी एकजूट होने लगे है और समाज में एकरूपता लाने सामाजिक सर्वे करने का सिलसिला जारी है। प्रांतिय संचालक सदस्य सेवकराम बांधे, डी.आर. बांधे, लखनलाल कोसले ने बताया कि छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के प्रातिय कार्यसमिति को संचालक मंडल कहा जाता है इसमें रायपुर के सेवा निवृत अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में षामील है बैठक में उन्होने बताया कि डेढ़ वर्श पहले इस प्रकार की समिति गठित करने का निर्णय लिया गया था और 12 सेवा निवृत कर्मचारियों के दल ने मिलकर समाज को संगठित करने का बिड़ा उठाया और आज हम इसे मूर्त रूप देने जा रहे है। 2013-14 में समाज के सर्वे कार्य पूर्ण हो जायेगा उसके बाद समिति का विधिवत संचालन किया जायेगा। प्रांतिय संचालक सदस्य एन.आर. टोंडर ने बताया कि सतनामी समाज छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख समाज है लेकिन हमारी संख्या आंकड़ों में कितनी है और कहां कहां है इसकी लिखित में कोई जानकारी नही है जिसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने व समाज में एकरूपता लाने के लिये पहले सर्वे कराने की आवष्यकता महषूस की गई।
श्री टोंडर ने बताया कि समिति ग्रामीण स्तर पर 11 सदस्यों की टोली बनायेगी जिसमें समाज के राज महंत व भंडारी को भी षामील किया जायेगा उनके माध्यम से खण्ड स्तर पर समिति का संचालक मंडल बनेगा खण्ड के गठन पष्चात जिले की गठन होगी जिनके द्वारा प्रांत का संचालन समिति बनेगी इस प्रकार यह समिति निचे स्तर से उपर की ओर जाने वाली होगी इसमें समाज के प्रत्येक लोगों की भागीदारी सुनिष्चित की गई है।
जिला सारंगढ़ में चंद्रषेखर जाटवर के नेतृत्व में समाज का सर्वे कार्य चल रहा है। बताया जा रहा है कि खण्ड स्तर पर संचालन समिति गठित की जा चूकी है और जल्दी ही ग्राम स्तर पर भी संगठन किया जायेगा समाज के प्रबुद्ध लोगों ने इस कार्य की प्रषंसा की है और प्रत्येक घर को इसमें षामील होने कहा गया है।
प्रांत के बैठक में सारंगढ से चंद्रषेखर जाटवर, लोचन प्रसाद जांगड़े एवं दीनानाथ खुंटे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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