सोमवार, 6 अगस्त 2012

अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री धड़ल्ले से

सारंगढ़। 
थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अधिकतर गांवों में जमकर हो रहा है अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री। सारंगढ़ से रायगढ़ मार्ग के सड़क किनारे बसे गांवों में अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है और आबकारी विभाग आंखे मुदे हुए है। एक तरफ जहां सरकार षराब की बिक्री बंद कराना चाहती है वही राज्य के आदिवासी व सतनामी बाहुल्य गांवों में षराब माफिया अपनी अलग सल्तनत बनाये हुए है। और रात दिन गांव के भोले भाले लोगों को पैसे कि लालच में अवैध षराब बेचने विवष किया जा रहा है। अवैध षराब बिक्री के बारे में जब अधिकारियो से बात की गयी तो वे भी इस बात को स्वीकारते दिखे की क्षेत्र में अवैध षराब की बिक्री हो रहा है। बावजूद इसके कोई अधिकारी इन माफियाओ पर नकेल कसने में सक्षम नही है। हालांकि कहि कहि पर महिला स्व.सहायता समूह के बहनों ने षराब माफियाओं के बढ़ते कदम पर कुछ हद तक लगाम जरूर लगाया है। सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार नगर से 12 कि.मी. दूर रायगढ़ रोड में गोड़म पंचायत में देषी षराब धड़ल्ले से बेखौफ बेचा जा रहा है। बताया जाता है कि यहां सभी प्रकार की षराब मिल जाती है। बस सर्त ये है कि किसी को बताना नही है।

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