सारंगढ़।
शासन द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। लेकिन सारंगढ़ विकास खंड में सत्र 2010 का अनुसूचित जाति कन्या प्रोत्साहन राशि 17 लाख 500 रुपये की, और अ.जा. वर्ग के कक्षा 11वीं-12वीं में पढ़ रहे छात्रों की 14 लाख रू. से अधिक की छात्रवृत्ति राशि रूके होने का मामला प्रकाश में आया है।
छत्तीसगढ़ के निजी और षासकीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे विभिन्न वर्ग के नियमित विद्यार्थियों को शासन द्वारा शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्रवृति के रूप में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। विभिन्न वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के रूप में दी जाने वाली सुविधा में खण्ड के षिक्षा अधिकारी के गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणली से कई स्कूलों के छात्रवृत्ति के लाखें रूपए अटके हुए हैं। जानकारी मिली है कि विकास खण्ड के अनेक विद्यालयों में ग्यारहवीं - बारहवीं के विद्यार्थियों को दो सत्र बीत जाने के बाद भी अब तक छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिला है।
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ विकास खण्ड में कई वर्षो से छात्रवृत्ति नही मिली है। पालक मिलिंद कुमार डेडिड, यादराम लहरे, कुमारमणी हरिप्रिय ने बताया कि पिछले दो वशों से बड़े हरदी के जन भागीदारी हायर सेकेडरी स्कूल में अध्ययन किये छात्रों को अब तक छात्रवृति नही मिला है। मेरा लड़का भी उनमें षामील है। उन्होंने समय पर छात्रवृति नही मिलने से बच्चों कि कीताब-पुस्तक खरीदने में हो रही परेषानियो को बताया।
छात्रवृति प्रभारी ए.के. साहू |
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