शुक्रवार, 6 दिसंबर 2013

सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों ने की शिकायत


जनपद पंचायत क्षेत्र बरमकेला के ग्राम पंचायत लिंजीर मे सरपंच के विरूद्ध मनरेगा के कार्यो में गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों ने सारंगढ़ एस.डी.एम. से षिकायत कर तत्काल कार्यवाही की मांग किये जाने का मामला प्रकाष में आया है। गांव के साधव सिदार, सालीकराम यादव, हेतराम बरिहा (पंच) एवं विद्याधर सारथी ने बताया कि लिंजीर के सरपंच दिनबंधु वर्मा के द्वारा सत्र् 2012-13 में महात्मा गांधी राश्टीय रोजगार गारंटी योजना के तहत तालदेवरी व रोहिनापाली गांव के तालाबों में गहरीकरण व पचरी निर्माण का कार्य कराया गया है जिसमें सरपंच द्वारा फर्जी मजदूरो के द्वारा टेक्टर, जे.सी.बी. मषीन के द्वारा धड़ल्ले से कार्य कराया गया है और फर्जी मस्टररोल प्रस्तुत कर षासन की लाखों की राशि गबन किया गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि लिंजीर का बड़े तालाब जिसे सिंचाई विभाग द्वारा पहले से ही इतना गहरा किया गया है कि नीचे से उपर तक आसानी से व बगैर सहारे के उपर चढना मुष्किल होता है जिसे मनरेगा के तहत गहरीकरण के लिये स्वीक्रृत कराना सरपंच द्वारा राशि हड़पने के षिवाय कुछ नही है।

सरपंच के द्वारा सत्र् 20ृ11-12 में लिंजीर के खेलकूद मैदान निर्माण व द्वितिय श्रेणी सड़क के निर्माण में भी घोर लापरवाही बरती गई है। ग्रामीणों ने बताया कि लिंजीर से बेंगची जाने वाली सड़क को पिछले सत्र में सरपंच की पत्नि व पूर्व सरपंच श्रीमति निलावती द्वारा डब्ल्यू.बी.एम. सड़क बनाया गया था जिसे पंचायत द्वारा पूनः निर्माण किया गया है जिसमें खेलकूद मैदान से निकाले गये पत्थर व मुरूम को टैक्टर से परिवहन कर सड़क में लगाया गया है। यह सड़क बार-बार बनाये जाने के बावजूद भी आज तक दूर्दषा का रोना रो रही है। खेल मैदान भी उखड़ चूका है। लिंजीर के तरीपारा एवं तालदेवरी में घटिया स्तर का सी.सी.रोड बनाया गया है जो कि बनने के छः महिने बाद ही जर्जर हो गई है गुड़वत्ताहीन निर्माण किये जाने के बाद फर्जी बील व्हाउचर प्रस्तुत कर षासकीय राशि को गबन किया गया है।
स्थानिय निवासी पं. गजराज सतपथी ने बताया कि सरपंच के द्वारा गांव में दबंगाई किया जाता है। पिछले दिनों 2 जून की रात 10.30 बजे तालदेवरी तालाब से रोहिनापाली के तालाब जाते समय जे.सी.बी. व टैक्टर ने गली में सोये बुजूर्ग मुनकूलाल वर्मा की खाट को दूर्घटना ग्रस्त कर दिया था जिसमें उक्त ब्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई थी। यह प्रमाण है कि तालाबों में मषीन से कार्य किया जा रहा था।
स्थानिय निवासी रामधारी रात्रे ने बताया कि सरपंच के द्वारा पंचायत में घटिया दर्जे का कार्य किया जाता है और फर्जी बील व्हाउचर जमा कर षासकीय राशि का दुरूप्योग किया जा रहा है इस संबंध में षिकायत किये जाने पर गांव में दबंगाई की जाती है। सरपंच के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने कि आवष्यकता है।