शनिवार, 11 अगस्त 2012

हरदी मे जन्माश्टमी की धुम

गांव गांव में रही आठे कन्हैया की धूम


सारंगढ 10 अगस्त। हरदी बस स्टैंड पर स्थित श्री राधाकृश्ण मंदीर मे कृश्ण जन्मोत्सव धुमधाम से मनाया गया, मंदिर मे दोपहर से रात भर भजन किर्तन कार्यक्रम रखा गया है। प्रतिवर्श मनाये जाने वाले इस पर्व में गांव के लोगो ने उत्साह व श्रद्धा के साथ भाग लिया। इस अवसर पर विषेश रूप से भाजपा युवा नेता दीनानाथ खुंटे, सरपंच श्रीमति रेवती पटेल, पंच पूरन, पत्रकार साथीगण संदीप यादव, हरिनाथ खुंटे, नरेष चैहान, पूर्व सरपंच कार्तिकेष्वर, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष लखन वर्मा, युवा मोर्चा कार्यकर्ता अजय यादव, संजय यादव, राकेष खुंटे, दिनबंधू, संतोश चैहान, सहित कार्यक्रत के आयोजक हीरालाल पटेल, भुनेष्वर पटेल, हेमलाल पटेल सहित भारी संख्या मे श्रद्धालु मौजुद रहे।



सारगढ़।
कृश्ण जन्मोत्सव पर्व को यादगर बनाने गांव महकमपुर मे लोगो ने नंगमत कार्यक्रम आयेजित कर धुम धाम से कन्हैया का जन्मदीन मनाया गयाा,
 नंगमत मे मंदिर कि थाप व नाग देपता के आगमन हेतु गाय जाने वाले मंत्रो के प्रभाव मे स्कूली छात्रो के भितर भी रोमांच भसर दीया और वे एक एक कर के झुपने लगे। कोई कहता है कि षेशनाग आ गया तो कोई कहता है कि डोढयिा है, एक व्यक्ति का तो षिव बाबा ही सवार हो गया जिसके लिए विषेश व्यवस्था करना पडा तब जाकर वह षांत हुआ वही एक लकडा अजगर के अकडने लगा, बाद मे उसे गुरू ने षांड से सार मार कर षांत किया। नंगमत का यह आयेजन कृश्णाजन्मोत्सव पर आयोजित किया गया रात्रि दो बजे कृश्ण के जन्मोपर्तांत कार्यक्रत का समापन किया गया। उक्त कार्यक्रम मे निम्न लोग बैगा तिजराम, साधु निराकर, मांदर वादक मोहित घोसो गुरू, झांझ भजोराम निल कुमार,रामलाल पुनिराम सहित ग्रामवासी भारी संख्या मे उपस्थित रहे।










सोमवार, 6 अगस्त 2012

अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री धड़ल्ले से

सारंगढ़। 
थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अधिकतर गांवों में जमकर हो रहा है अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री। सारंगढ़ से रायगढ़ मार्ग के सड़क किनारे बसे गांवों में अवेध रूप से देषी षराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है और आबकारी विभाग आंखे मुदे हुए है। एक तरफ जहां सरकार षराब की बिक्री बंद कराना चाहती है वही राज्य के आदिवासी व सतनामी बाहुल्य गांवों में षराब माफिया अपनी अलग सल्तनत बनाये हुए है। और रात दिन गांव के भोले भाले लोगों को पैसे कि लालच में अवैध षराब बेचने विवष किया जा रहा है। अवैध षराब बिक्री के बारे में जब अधिकारियो से बात की गयी तो वे भी इस बात को स्वीकारते दिखे की क्षेत्र में अवैध षराब की बिक्री हो रहा है। बावजूद इसके कोई अधिकारी इन माफियाओ पर नकेल कसने में सक्षम नही है। हालांकि कहि कहि पर महिला स्व.सहायता समूह के बहनों ने षराब माफियाओं के बढ़ते कदम पर कुछ हद तक लगाम जरूर लगाया है। सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार नगर से 12 कि.मी. दूर रायगढ़ रोड में गोड़म पंचायत में देषी षराब धड़ल्ले से बेखौफ बेचा जा रहा है। बताया जाता है कि यहां सभी प्रकार की षराब मिल जाती है। बस सर्त ये है कि किसी को बताना नही है।

विकास खण्ड में छात्रवृत्ति के लाखें रूपए अटके


सारंगढ़। 
शासन द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। लेकिन  सारंगढ़ विकास खंड में सत्र 2010 का अनुसूचित जाति कन्या प्रोत्साहन राशि 17 लाख 500 रुपये की, और अ.जा. वर्ग के कक्षा 11वीं-12वीं में पढ़ रहे छात्रों की 14 लाख रू. से अधिक की छात्रवृत्ति राशि रूके होने का मामला प्रकाश में आया है।
 छत्तीसगढ़ के निजी और षासकीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे विभिन्न वर्ग के नियमित विद्यार्थियों को शासन द्वारा शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्रवृति के रूप में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। विभिन्न वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के रूप में दी जाने वाली सुविधा में खण्ड के षिक्षा अधिकारी के गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणली से कई स्कूलों के छात्रवृत्ति के लाखें रूपए अटके हुए हैं। जानकारी मिली है कि विकास खण्ड के अनेक विद्यालयों में ग्यारहवीं - बारहवीं के विद्यार्थियों को दो सत्र बीत जाने के बाद भी अब तक छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिला है।
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ विकास खण्ड में कई वर्षो से छात्रवृत्ति नही मिली है। पालक मिलिंद कुमार डेडिड, यादराम लहरे, कुमारमणी हरिप्रिय ने बताया कि पिछले दो वशों से बड़े हरदी के जन भागीदारी हायर सेकेडरी स्कूल में अध्ययन किये छात्रों को अब तक छात्रवृति नही मिला है। मेरा लड़का भी उनमें षामील है। उन्होंने समय पर छात्रवृति नही मिलने से बच्चों कि कीताब-पुस्तक  खरीदने में हो रही परेषानियो को बताया।
छात्रवृति प्रभारी ए.के. साहू 
इस संबंध में पत्रिका संवाददाता दीनानाथ खुंटे ने खंड के छात्रवृति प्रभारी ए.के. साहू से पड़ताल की जिससे ज्ञात हुआ कि नये सत्र के लिये अनुसूचित जाति के कक्षा 6वीं-8वीं की छात्रवृति राशि 4 लाख 14 हजार 500 रूपये, एवं कक्षा 11वीं-12वीं की छात्रवृति राशि 21 लाख 73 हजार 680 रूपये, अनुसूचित जन जाति के कक्षा 11वी-12वी छात्रों की छात्रवृति राशि 3 लाख 4 हजार 82 रू. ओ.बी.सी. वर्ग के कक्षा 6वीं-8वीं की छात्रवृति राशि 7 लाख 77 हजार 690रू. एवं कक्षा 9वीं-10वीं की छात्रवृति राशि 5लाख 48हजार 505 रू. का चेक खण्ड षिक्षा कार्यालय को प्राप्त हो गया है। उन्होने बताया कि सत्र 2010 की अ.जा. वर्ग की राशि अभी नही मिला है। जितने का चेक मिला है उतने का जल्दी भूगतान किया जायेगा।

गौण खनिज की राशि विवादित



सारंगढ़।
जनपद पंचायत क्षेत्र में गौंण़ खनिज मद की राशि रूके होने का मामला तूल पकड़ने लगा है। बताया जा रहा है कि भाजपा के जनपद सदस्यों ने जिला कलेक्टर से षिकायत के आधार पर पूरे 5 करोड़ की विकास निधि पर रोक लगवा दिये है। जिससे खनन प्रभावित क्षेत्रों का विकास रूक गया है। विदित हो कि गौण खनिज का मद ही सारंगढ़ नगर पंचायत को सर्वाधिक विवादित बनाया हुआ है। इस मद से निर्माण कार्य स्वीकृत करने के नाम पर 30 प्रतिषत तक की कमिषन देने के लिये सरपंच गण सहर्श तैयार रहते है।
यहि कारण है कि इस मद पर सभी जनप्रतिनिधि का ध्यान रहता है।
गौरतलब है कि गौण खनिज की राशि से अब तक एक भी दिखाने लायक काम क्षेत्र में नही हुये है। इस मद से जो भी कार्य हुये है सभी में गोलमाल किया गया है जिसकी लंबी षिकायतें भी हुई है। लेकिन जांच के नाम पर विकास कार्य रोक देना कहा तक सही है। जिसने गलती किया उसे सजा मिलनी चाहिये। लेकिन ज्यादातर मामले ले दे कर निपटा लिये जाते है। लगातार हो रही बारिस ने गांव वालों का जीना मुहाल कर दिया है। खनन क्षेत्र में गांव की आंतरिक सड़क बदहाल है, नालिया जाम और भवनों की हालात जर्जर है। इनके विकास के लिये, मरम्मत और निर्माण के लिये ही गौण खनिज की रायल्टी प्राप्त होती है पर क्षेत्र में स्वार्थी तत्व के राजनिति में हावी हो जाने के कारण गांव की मूलभूत समस्या यथावत बनी हुई है।
जिले के कलेक्टर अमित कटारिया से क्षेत्र के लोगों ने अपिल किया है कि जनहित में गौण खनिज की राशि से विकास कार्य सम्पन्न कराने की पहल करें ।

गौरवपथ की समस्या बनी जी का जंजाल


सारंगढ़।
सडक जाम की समस्या से जूझ रहे सारंगढ़ वासियों को सोमवार के दिन भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पडा, जब रेंजरपारा रायपुर रोड पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही।
 रायगढ़-रायपुर मार्ग में षनिवार की षाम 7 बजे एक टेलर फंस गया, जिससे नगर की यातायात ब्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। इस मार्ग में हालात अभी भी नही सुधरा है। इससे क्षेत्र के हजार से अधिक लोग परेशान है। नगर वासियों के लिए सडक जाम की समस्या जी का जंजाल बनती जा रही है। जाम के कारण रायपुर रोड से वाहनों का गुजरना तो दूर पैदल चलना भी किसी बुरे सपने से कम नही है।
रायगढ़-रायपुर मुख्य मार्ग पर रेंजर पारा में बने पुलिया बदहाल है। एन.एच.153 होने कारण स्थानिय विभाग की नियंत्रण से दूर होने के कारण मार्ग अपनी किस्मत पर रो रहा है।
बिलासपुर-सारंगढ़ मार्ग वैसे तो गौरव पथ के नाम से जाना जाता है, पर इस मार्ग की बदहाली विष्वसनिय छत्तीसगढ़ की कलई खोलने के लिये पर्याप्त है। इसे बनाने के लिये निर्माण एजेंसियां कई बार बदल चुकी है लेकिन इस मार्ग का उद्धार नहीं हो सका। इस गौरवपथ निर्माण की गति से सरकारी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सुत्रों से ज्ञात हुआ कि नगर पंचायत ने बाढ आपदा राशि से गौरवपथ की मरम्मत करानी चाही पर यहां के विकास विरोधियों ने आपत्ति कर इसे षुरू होने से पहले ही बंद करा दिया। फिर मार्ग का निर्माण आज तक शुरू नही हो पाया और मार्ग अब तक अधूरा है।
लगों का कहना है कि चुनाव के समय नेता आते हैं मार्ग पूरा कराने का आश्वासन देते हैं और चुनाव के बाद फिर कभी नहीं आते। क्षेत्रवासी जब इनके पास जाते हैं तो ये रायपुर-दिल्ली में बैठे रहते हैं। जब कभी मिलते भी है तो अधिकारियों से बात करने का कहकर टाल देते हैं। इस सब से क्षेत्रवासी काफी नाराज है और ये नाराजगी आने वाले चुनावों में उभर कर सामने आ जाएगी।