सारंगढ़। सुन्दर समाज पार्टी द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित एक द्विवसिय धरना कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में राज्य सरकार की विफलताओं को मुद्दा बनाया गया वहीं केन्द्र सरकार की दमनकारी नीतियोें और संविधान की गलत व्याख्यों को लेकर पार्टी के नेताओं ने केन्द्र और राज्य सरकार को जमकर कोसा। सारंगढ़ को जिला बनाने में राज्य षासन द्वारा किये गये भेदभाव को जनता के सामने प्रमुखता से उठाया गया। अपने उद्बोधन में सुंदर समाज पार्टी के राश्द्रीय अध्यक्ष हरिलाल पटेल ने कहा कि सारंगढ़ प्रत्येक दृश्टिकोण से जिला बनने के योग्य होते हये भी जिला नही बन सका ? क्षेत्र की सड़को का हालत खराब है बेरोजगारी इस कदर बढ़ गई है कि लोग आत्महत्या करने मजबूर है। राज्य में आज उद्योग धंधे की कमी नही है लेकिन स्थानिय लोगों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। श्री पटेल ने बताया कि पार्टी के पंजियन के समय किये गये वायदे भूले नही है उन्होंने कहा कि हम भारतीय संविधान में निहित प्रावधानों के अनुरूप ही जनहित में मांग कर रहे है। हमारी पार्टी की पहली प्राथमिकता है कि जन जन में संविधान का प्रचार हो लोग अपने अधिकार और कर्तव्य को जाने ताकि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में भी बाबा साहेब भिमराव अंबेडकर के द्वारा किये गये दलित उत्थान के कार्यो की जानकारी उपलब्ध हो सके और लोग आने वाले समय में अपने पसंद के उम्मिद्वार को क्षेत्र से चुन के भेजे जिससे राज्य में सत्य की स्थापना हो सके। उन्होने कहा कि सारंगढ़ सत्य की ज्ञान स्थली है यहां से परमपुज्य गुरू घासीदास जी को सद्ज्ञान की प्राप्ती हुई थी लेकिन राज्य षासन ने इस क्षेत्र की जिस प्रकार उपेक्षा की है इससे क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोष है।
संुदर समाज पार्टी अगर सरकार में आती है तो क्षेत्र के आमजनों को दिये जाने वाले पेंषन की राशि में बढ़ोत्तरी की जायेगी और समस्त पंेषनों की राशि 2000 रूपये करने की घोशणा पार्टी ने अपने चुनावी घोशणा पत्र में करने जा रही है इसके लिये कार्यकर्ताओं को संगठित होकर मिषन 2013 के लिये कार्य करने की बात कही। इससे पहले कार्यक्रम में पार्टी के राश्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पीलाराम अनंत ने अपने संबोधन में कहा कि अखिल ब्रम्हांड में सत्य ही सबसे सुंदर है और जो सत्य के मार्ग में चलते है उनके लिये सुन्दर समाज पार्टी का निर्माण किया गया है।
सारंगढ़ क्षेत्र को आजादी के बाद जिला बनाया जाना था पर ऐसी क्या कारण है कि यह क्षेत्र आज भी जिला के गौरव से कोसों दूर है उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से आज तक यह क्षेत्र अति पिछड़ा क्षेत्र बना हुआ है। पिछले 40 सालों से इस क्षेत्र को जिला बनाने के लिये विभिन्न दलों के द्वारा राजनीति की जाती रही है किन्तू राजनीतिक दुभा्रवनावष सारंगढ़ को जिला नही बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य का विकास वहां की सड़कों के उपर निर्भर करता है।
आज छत्तीसगढ़ में सड़कांें की स्थिति किसी से छिपी नही है। गांव से लेकर षहर तक सड़कें जानलेवा हो चूकी है जहां पर लोग अक्सर दुर्घटनाओं का षिकार हो रहे है। भ्रश्टाचार के उपर प्रहार करते हुये श्री अनंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ पूरी तरह से भ्रश्टाचारियों का गढ़ बन चुका है, षासन-प्रषासन से जुड़े लोग खुलेआम भ्रश्टाचार को बढ़ावा दे रहे है। कोई भी काम बिना लेन-देन के नही हो रहा है। सभी विभागों में भ्रश्टाचार व्याप्त है। राश्द्रीय संगठन मंत्री रामकुमार अजगल्ले ने बेरोगारी की समस्या को उठाया उन्होने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद यहा बड़े पैमाने पर उद्योगों का स्थापना हुआ है लेकिन विडंबना है कि अब तक क्षेत्र के होनहार युवक बेरोजगार घूम रहे है पलायन रोक पाने में सरकार पूरी तरह असफल है उन्होंने कहा कि आने वाले समय में छग की जनता इसका मुहतोड़ जवाब देगी। सुन्दर समाज बनाने का सपना पार्टी ने देखा है और इसे मूर्त रूप देने के लिये पार्टी प्रयासरत है आज लोगों की उपस्थिति ने राज्य सरकार केे प्रति अपने विरोध को प्रदर्षित किया है। हम सारंगढ़ को जिला बनाने के लिये वचनबद्ध है
उक्त कार्यक्रम केे मुख्य अतिथि सुसपा के राश्द्रीय अध्यक्ष हीरालाल पटेल रहे, विषिश्ट अतिथि के रूप में सुसपा प्रमुख पीलाराम अनंत, राश्द्रीय महामंत्री द्वय नरसिंह राव एवं उत्तम कुमार डनसेना और कार्यक्रम के अध्यक्षता के लिये पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष चन्द्रषेखर यादव और प्रदेष उपाध्यक्ष आंगनबाई वैश्णव, रामबाई लहरे सहित अन्य अतिथि जिसमें प्रदेष संगठन मंत्री मंगलदास वैश्णव, प्रदेष सचिव कमलकिषोर तिवारी, कार्यकारिणी सदस्य कुमारी पटेल, समारीन बाई साहू, सुनिता वारे, ललिता वारे, कु. लक्ष्मी जांगड़े, कु. रोहिणी, सुश्मा राव, चन्द्रमणि साहू, सुरज गप्ता, तपोधन पटेल, खेमराज पटेल, किरीत राम गौटिया, छतराम अजगल्ले, जयराम मैत्री एवं समस्त कार्यकर्ता गण बड़ी संख्या में उपस्थ्ति रहे। उक्त कार्यक्रम में आम जनता की भी विषेस तौर पर उपस्थिति रही जो नगर में चर्चा का विशय बना रहा।