बुधवार, 5 सितंबर 2012

भवरादादर में कोई विकास कार्य नही किया गया है




सारंगढ़। 
ग्राम पंचायत छोटे खैरा के आश्रित ग्राम भवरादादर में विकास कार्य अबतक षन्य है पिछले कई सालों से यहां पर कोई विकास कार्य नही किया गया है। गांव की सड़के आजादी की पहले वाली हालात में है। यहां के किसी भी मार्ग में सी.सी. रोड का निर्माण नही किया गया है और ना ही पंचायत के द्वारा सड़क निर्माण के प्रति कोई खास कार्य किया गया है जबकी यहां अ.जा. वर्ग की बहुलता है। जिससे गांव में भारी अव्यवस्था का आलम है।

यहां के बच्चे अन्य गांव में पढ़ाई के लिये जाते है पर रास्ता खराब होने के कारण स्कूल वाहन के चालक ईस गांव में आने से कतराते है। जिससे गांव के बच्चों कांे पढ़ाई के लिये भारी मषक्कत करना पड़ रहा है। गांव के प्राथमीक षाला के छात्रों को कमर भर पानी को पार कर प्राथमीक षाला जाना पड़ता है अगर बरसात हो रहा हो तो छात्र स्कूल ही नही जाते। गांव के सड़कों के संबंध में सरपंच को कहने पर कोई जवाब नही मिलता और षिकायत की बात करने पर राजनीतिक पहुच का हवाला देकर आम ग्रामीणों का मूंह बंद कर दिया जाता है जिससे ग्रामीणों में आक्रोष व्याप्त है। गांव की सड़को के बुरा हाल पर गांव के लोगों ने यहा के सरपंच को दोशी ठहराते हुये कहा कि बार-बार कहने के उपरांत भी सरपंच ध्यान नही देते और कई प्रकार से दबाव बनाते है जिससे सच्चाई सामने नही आ पाता इस कारण अब हम आंदोलन की तैयारी में जुट गये है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव का एक भी सड़क ठीक नही है, आंगनबाड़ी भवन नही होने के कारण मंगल भवन में काम चलाया जा रहा है।
पानी गिरने के उपरांत यहां की सड़को पर पैदल नही चला जा सकता। कमर भर पानी को पार कर प्राथमीक षाला के छात्र स्कूल जाते है बड़ी मुष्किल से स्कूल वाहन यहां से गुजरता है। लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस तरफ नही जाता यह चिंता का विशय है जबकी इसी पंचायत से पूर्व संसद गुहाराम अजगल्ले व भाजपा के प्रदेष मंत्री प्रेमा अजगल्ले भी ताल्लुक रखते है लेकिन कभी भी गांव की समस्याओं पर इनका ध्यान नही जाता जिससे क्षेत्र की लोगों को बेहद परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने कहा - 

गांव की समस्याओं के संबंध में कहने को षर्म आता है, हमारा गांव क्षेत्र में जाना जाता है पर यहां की समस्याओ को लोग नही जानते हमें और हमारे बच्चों को क्या परेषानी है ये सिर्फ हम ही जानते है आपसे कहेंगे तो लफड़ा हो जायेगा इस कारण कहने को भी डर लगता है। 
पुरूशोत्तम निराला, ग्राम भवरादादर
गांव की सड़को पर सी.सी. सड़क बने और स्कूल मार्ग पर पूलिया का निर्माण हो यह पहली प्राथमीकता है इससे गांव की दषा सुधरेगा ।
               मंगलदास ओगरे, ग्राम भवरादादर
राजेन्द्र प्रसाद जाटवर
गांव की हालात देख यहां रहने का मन नही करता है बांध बनने से यहां के अधिकांष जमीन डूबान में चले गये है और गांव की सड़को का बूरा हाल है। गांव में सड़क सुधार का कार्य किया जाना अति आवष्यक है।
        धनन्जय जाटवर, ग्राम भवरादादर

मरे द्वारा सरपंच को बार-बार कहा गया पर उसने कोई ध्यान नही दिया इससे गांव के लोग आक्रोषित है और आंदोलन करना चाहते है, यह ग्राम विकास के लिये अच्छा कार्य है मै जनता के साथ हॅू।
राजेन्द्र प्रसाद जाटवर, उप सरपंच के पति

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