शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

धंस गई गैस सिलेंडर से भरी ट्रक


 सारंगढ़। 
हरदी। सारंगढ़ - रायगढ़ रोड पर इंडेन गैस से भरा ट्क सड़क किनारे के घर से टकराने से बाल-बाल बचा। घटना रात्री 8 बजे का है जब लोग घर में विश्राम कर रह थे। सामने से तेज गति से आ रही लाईन ट्क को साईड देने के फेर में वाहन सड़क किनारे बनी नाली में फस गई हादसे में किसी को चोट नही आई है लेकिन इंडेन गैस प्रबंधन की लापरवाही को टक की खस्ता हालत साफ बयां करती है।


उल्लेखनिय है कि बड़े हरदी बस स्टैंड के पास फंसा टक क्रमांक C.G.-04-G- 5017 इंडेन गैस लोड करके सिलतरा रायपुर से पिछले सात दिनों से इतवारी बाजार रायगढ़ के लिये निकला था। दुर्ग निवासी 62 वर्शिय वाहन चालक गनेष यादव ने रोते हुये ‘पत्रिका‘ को बताया कि गाड़ी की टायर पूरा खराब है बरसात में लंबी दूरी चलने के लायक तो बिलकुल भी नही है। रायपुर से निकले एक सप्ताह हो गया है न ठीक से खाना मिला है और न ही सोने को मिला क्योंकि गाड़ी में गैस सिलेंडर भरा है और सुरक्षा जाली भी टूटा पड़ा है चोरी न हो इस कारण रात-रात भर जगना पड़ता है। गाड़ी का टायर हर 50 किलोमिटर मंे भ्रश्ट हो जाता है, मै अकेला हूं कोई हेल्फर भी नही है। 62 वर्शिय वाहन चालक यादव ने अपने दाये हाथ दिखाते हुये बोला कि मेरे इस हाथ में फैक्चर है जिस कारण स्टेयरिंग काटने में परेषानी हाता है। प्रबंधन से छुट्टी मांगा पर नही मिली।
घटना के संबंध में चालक यादव ने बताया कि सामने तेज गति से लाईन से ट्क आ रहे थे उन्होंने लाईट डिपर नही की और अचानक एक लाईन टक वाले ने कट मार दी अपनी जान बचाने के फेर में गाड़ी किनारे किया तो चक्का फिसल कर नाली में फंस गया। सामने से आ रही टक की लाईटें इतनी तेज थी कि पता ही नही चल रहा था कि यहां पर गडढा है। अगर मैं गाड़ी निचे नही उतारता तो वह मुझे टक्कर मार कर भाग जाता।
उल्लेखनिय है कि रसोई गैस की किल्लत की खबरें तो आये दिन अखबारों में छपते रहती हैं। पर इंडेन प्रबंधन को इससे कोई वास्ता नही होता क्योंकि वे तो गैस लोड करके रवाना कर चुके होते है, अब गैस डिलरों तक पहुचे या न पहंुचे इससे कोई मतलब नही। 61 वें बसंत पार कर चुके बुजुर्ग वाहन चालक जो षारीरिक रूप से अस्वस्थ है उनके साथ कोई हेल्फर नही और कंडम गाड़ी, लगभग 300 गैस सिलेंडर से भरा है सोचिये अगर आमने सामने टक्कर हो जाती तब क्या होता। इस प्रकार अनेक खस्ताहाल वाहन सड़क पर रोज चलते है जिसके कारण गंभीर दूर्घटनाएं घटती हैं और सड़क बन जाता है डैथ वे।

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