बुधवार, 25 जुलाई 2012

हरदी के कन्या छात्रावास में अव्यवस्था चरम पर


सारंगढ़
देश  का हर बच्चा शिक्षित हो उसका सर्वांगीण विकास हो जिससे वे अच्छे व समृद्धषाली राश्ट् के निर्माण में भागीदार बन सके, इसके लिये केन्द्र व राज्य की सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनायें चलाये जा रहें है, लेकिन षासन की योजनायें धरातल पर फिसड्डी ही साबित हो रहे है। विकास खण्ड सारंगढ़ के अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़े हरदी के कन्या छात्रावास में अव्यवस्था और लापरवाही चरम पर है। पालकों की शिकायत पर ‘खूंटे न्यूज‘ टीम ने शनिवार को छात्रावास का दौरा की तो पता चला कि सन् 2007 याने पांच साल से चल रहे इस अनुसूचित जाति प्री. मैटीक कन्या छात्रावास का अपना भवन नही बना है और किराये की जो मकान पर यह संचालित है वह रायगढ - सारंगढ़ राजमार्ग से महज 10-15 कदम की दूरी पर है, मकान में कहीं पर सूचना बोर्ड नही लगा है छात्रावास का बोर्ड कबाड़ में पड़ा मिला। भवन के दोनों तरफ बड़े-बड़े गड्ढे है जिस पर पानी भरा रहता है जहां पर कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकता है।
छात्रावास अधिक्षिका श्रीमती पूजा सिदार 
इस बारे में छात्रावास अधिक्षिका श्रीमती पूजा सिदार ने बताया कि बालिका षिक्षा और स्वास्थ्य की महत्ता के अनुरूप 50 छात्रों को रखने के लिये छात्रावास की क्षमता नही है। वर्तमान में यहां 27 छात्राओं का दाखिला है। इनमें से कई छात्राये अन्य विकास खण्ड से यहां भर्ती है। श्रीमती सिदार ने बताया कि यहां पर बिजली, पानी और निस्तारी की विकराल समस्या है एक ब्यक्ति को दिनभर सिर्फ पानी भरने के लिये ही रखा गया है जो लगभग डेढ किलोमिटर से कांवर में पानी भर कर लाता है। लड़कियों को नहाने के लिये दो किलोमिटर दूर पैबल चल कर तालाब जाना पड़ता है जिससे उनकी पढ़ाई- लिखाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने चिंता ब्यक्त की कि षासन के आदेष से छात्राओं की संख्या बढ़ाने की कवायद पर छात्रावास की बदहाली पानी फेर सकती है।

छात्रा दिब्या मैत्री,  सुनिता मधुकर  
छात्रा दिब्या मैत्री कक्षा 10वीं व सुनिता मधुकर कक्षा 9वीं ने जानकारी दी कि यहां पर नहाने - खाने की पानी का भारी समस्या है। बिजली की वायरिंग पुरानी है इस कारण पंखे नही चल रहे है। उन्होंने कहा कि दिन तो कट जाता है पर रात नही कटती। यहां पर कभी कोई डाॅक्टर स्वास्थ्य परिक्षण करने नही आते है तब्यत बिगड़ने पर छोलाछाप डाॅक्टर से ईलाज कराना पड़ता है। इसके अलावा सड़क किनारे होने के कारण हर समय गाड़ी मोटर की आवाज आती है जो पढ़ाई में ब्यवधान पैदा करती है। छात्राओं ने षासन से नये भवन निर्माण कर ब्यवस्था में सुधार लाने की आवष्यकता बताइ्र्र।
भागीरथी महंत
दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले भागीरथी महंत व मोंगराबाई सिदार ने बताया कि हमें छैः महिने से वेतन नही मिला है साहब ने कहा है कि बैंक में अपना खाता खोलना पड़ेगा तभी मिल पायेगा हमें खाता खोलने में भी कई परेषानियो का सामना करना पड़ रहा है।
खण्ड के षिक्षा अधिकारी को इन सब से कोई लेना देना नही है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि का ध्यान इस तरफ जाता है यह चिंता का विशय है। एसे हालातों के मद्धेनजर स्वास्थ और षिक्षा के क्षेत्र मंे गंभिरता से काम किया जाना चाहिये। तथा छात्रों में विभिन्न बीमारियों से बचने तथा रोज उत्पन्न होने वाली कई समस्याओ के प्रति जागरूकता पैदा करनी चाहिये।

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