शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

अघोषित बिजली कटौती से गांव-शहर में आक्रोश


सरंगढ़। 
अघोषित बिजली कटौती ने शहर से गांव तक के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। उपभोक्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उक्त बातें जनपद सारंगढ़ के सरपंच संघ सचिव भाजपा युवातुर्क नेता मनोज लहरे ने कही। उन्होंने कहा कि पिछले 10-15 दिनों से बिजली का शेड्यूल गायब हो गया है। सुबह से शाम तक बिजली काट दी जा रही है। इससे जहां लघु उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे हैं वहीं घरों में महिलाओं और बच्चों का रहना दुश्वार होता जा रहा है।

युवा मोर्चा ने बिजली की अघोषित कटौती के विरोध में बिजली वितरण केंद्र गुड़ेली में नारेबाजी करते हुए बिजली विभाग को जमकर कोसा। जिला. कार्यकारिणी सदस्य  हरिनाथ खुंटे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग द्वारा जमकर मनमानी की जा रही है। बिजली आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। दो चार दिन से बेहिसाब कटौती की जा रही है। इस कारण पेयजल की भी किल्लत हो रही है। इससे आम जनता बुरी तरह त्रस्त है। उमस भरी गर्मी में लोगों का बुरा हाल हो रहा है। भीषण गर्मी से संक्रामक रोगों की भी आशंका हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर कटौती बंद नहीं की गयी तो छात्र उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

इस अवसर पर मुकेष कुर्रे, धरम अजगल्ले, नरेस चैहान, कृश्णा महिलाने, सहित भारी संख्या में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

ग्राम पंचायत छोटे खैरा में पिछले एक पखवाड़े से अंधेरे का साम्राज्य है। गाव के मिटरधारी उपभोक्ता बिजली का बिल भी समय पर जमा कर देते है इसके उपरांत भी 15 दिनों में टांसफार्मर नही बदला जा सका। विजली विभाग के कर्मचारी जल्दी लगाने के नाम पर चढ़ावा की मांग कर रहे हैं। गांव में खेती-बाड़ी का काम चल रहा है, लोगों का जमा पैसा खेतो में लग रहा है इस कारण चंदा भी गांव में नही हो पा रही है।
एसे में कब तक टांसफार्मर लगेगा इसकी सर्वत्र चर्चा है। विदित हो कि यह गांव पूर्व लोकसभा सांसद गुहाराम अजगल्ले का निवास स्थान है तथा भाजपा की प्रदेष मंत्री प्रेमा अजगल्ले का भी गृह ग्राम है।

नगर के आधा दर्जन मुहल्लों में खुलेआम बिजली चोरी हो रही है। जब तहसील मुख्यालय का यह हाल है तो फिर देहात की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। दिन भर लुकाछिपी के कारण ग्राम-नगर में मुश्किल से चार-आठ घंटे ही ठिक ढंग विद्युतापूर्ति होती है।


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