सारंगढ़ ।
ग्राम पंचायत कौवाताल में लोग आवारा पशुओं के खेतों में घूसने को लेकर लामबंद होने लगे है। चारागाह की कमी ने यहा किसानों में विवाद की स्थिति निर्मित कर दी है। लोगों ने गाव में समुहिक बैठक आयोजित कर गुढ़ी के माध्यम से गांव के समस्त पषु पालकों को बताया गया कि कोई भी किसान अपनी पषु को खेतों में आवारा न छोड़े जिससे किसी भी किसान का फसल बर्बाद न हो पाये।
गांव के लोंगो ने उक्त बात के समर्थन में कहा कि गांव से बाहर अन्य गाव के लोगो तक इसकी खबर करना चाहिये जिससे दुसरे गाव वाले भी अपना जानवर बांध कर रखे। गाव के जागरूक युवा राकेष तिवारी ने कहा कि हम सभी अपने गाय-भैंस को चार माह घर में ही बांध कर रखेंगे क्योंकि गांव में तो चारागाह अब बचा नही है। जहां पर गाय चारागाह था वहां पर अब तालाब, सड़क और मकान बन चूका है। पिछले कई सालों से गाय, बैलों को घर में ही रखना मजबूरी बन गई है। पंचायत तो भ्रश्ट है यहां गौ गठान का न होना और अनेक निर्माण कार्यो का अब तक पूरा न होना इसका प्रमाण है।
अधिवक्ता प्रफुल तिवारी ने सख्त लहजे मे कहा कि कल से गांव में रखवार नियुक्त कर खेतों की निगरानी किया जाय और किसी का जानवर आवारा मिले तो उसे कांजी हाउस में डाल दिया जाय, इसी के साथ उन्होंने पंचायत के काम काज पर भी उंगली उठाते हुये सरपंच से कहा कि अगर ठिक तरह से विकास कार्य नही कराया और अधिकारियों से सांठ-गांठ कर भ्रश्टाचार किये तो इसकी उच्च स्तर पर षिकायत की जायेगी।
गाव के गूढ़ी में सुखनंदन सिदार, पराउ यादव, भागवत प्रसाद तिवारी, रोस तिवारी, दिलिप तिवारी, भानू तिवारी, पूर्व पंच मनीलाल रौतिया, महेष्वर जायसवाल, षहदेव सिदार, सूखनंदन सोनी, साधूराम बंजारे, नरेष चैहान, सुरज, तिजउ, संजय एवं सुरेंद तिवारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीड़ उपस्थित रहे।
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